(FootBaller Anwar Ali Biography in Hindi, bio, football, income, age, networth) फुटबॉलर अनवर अली की जीवनी फूटबाल खेल, कमाई, सम्पति, नेटवर्थ के बारे में बताया है
वो कहते हैं ना आप जो नहीं कर सकते वो आपका जुनून करवाता है। वहीं मामला अगर खेल से जुड़ा तो आपका जुनून आपको उस से दूर नहीं कर सकता चाहे कितनी भी बाधाये क्यों न आये। आज में इस EkJivani में ऐसा ही लेख से रूबरू करवाने वाला हु जिनके जूनून ने उन्हें उनको खेल में बनाये रखा। जी हाँ आप सही सोच रहे हैं मैं बात कर रहा हु मशहूर भारतीय फुटबॉलर अनवर अली। अनवर अली ने दो दो लड़ाई लड़ कर खेल में वापसी की एक लड़ाई खुद से जो उनके सेहत से जुड़ा था और दूसरी लड़ाई कानून से। दोनों लड़ाई उन्होंने लड़ी भी और जीत भी हासिल की।
फुटबॉलर अनवर अली का जीवन परिचय (FootBaller Anwar Ali Biography in Hindi)
अनवर अली का जन्म 28 अगस्त 2000 को आदमपुर, पंजाब में हुआ था। अनवर अली का लगाव फूटबाल को लेकर बचपन से ही था और साथ साल के उम्र से ही उन्होंने फूटबाल खेलना शुरू कर दिया। शुरुआत से फूटबाल में अनवर अली एक स्ट्राइकर के रूप में खेलते आये और वहां से गोल करते। समय के साथ जैसे जैसे खेल में खुशल होते गए अनवर ने अपना स्थान बदल कर सेंटर-बैक, डिफेंडर के स्थान पर चले गए। Minerva Punjab की युवा टीम में अनवर अली ने शामिल होकर बहुत ही अच्छा खेलते गए, यही से उनका कैरियर ग्राफ उठना शुरू हुआ। उनके इस प्रदर्शन ने राष्ट्रीय टीम सेलक्शन committee का ध्यान अपने तरफ आकर्षित किया और कमिटी में राष्ट्रीय टीम ज्वाइन करने को आमंत्रित किया।
फुटबॉलर अनवर अली का कैरियर ( FootBaller Anwar Ali Career)
Minerva Punjab अनवर के लिए एक कुम्हार के चाक की तरह था, जहां उनके कैरियर की नींव , कुशल प्रदर्शन उनके खेल और फूटबाल जगत में एक सितारा बनाने की राह को बड़ी आसानी से गढ़ने लगा। मिनर्वा पंजाब में शुरआत के सालो में देने के बाद उनका खेल उन्हें नए आयाम पर ले गया और एक शुरुआत इंडियन एरोज में ऋण अवधि से हुई, जहां अनवर अली ने अपने खेल को और निखारा। Mumbai City FC के साथ इंडियन सुपर लीग की चर्चाओ में आये। इसके बाद एक एक कर अन्य सभी क्लब के साथ खेलते गए और अलग मुकाम बनाते गए। अनवर अली ने दिल्ली एफसी, फिर गोवा एफसी और उसके बाद मोहन बागान सुपर जॉइंट। इन्होने अपने खेल से सभी जगहों पर बहुत प्रभाव डाला।
अनवर अली ने अपने खेल का डंका अन्तर्राष्ट्रीय लेवल पर भी बजायी। इन्होने न सिर्फ अपने प्रतिभा को प्रदर्शित किया बल्कि अपने लचीलापन से अपनी स्थिति भी मजबूत बनायीं।
Anwar Ali’s International Journey
अनवर अली का अंतर्राष्ट्रीय फूटबाल का सफर, विश्व कप 2017 फीफा अंडर-17 टीम में शामिल होने के साथ शुरू हुए। यहाँ भी एक अभ्यास मैच के दौरान अपने खेल से उन्होंने मुख्य कोच का ध्यान अपनी ओर खींचा। उनका वही समपर्ण भाव उन्हें दिन प्रतिदिन महान खिलाड़ी बनाता गया। फिर अगले साल फ्री किक बनाकर अंडर 20 अर्जेंटीना को ऐतिहासिक 2-1 से हारने में मदद की।
अनवर का कैरियर ग्राफ बहुत तेजी से ऊपर जा रहा था, उनका एक और सपना सच होते दिख रहा था। मुंबई सिटी एफसी ने अनवर को 30 लाख में अनुबंधित किया जो की उस समय अंडर-18 खिलाड़ी के लिए एक रिकॉर्ड ही था। मगर किस्मत को यहाँ कुछ और ही मंजूर था, डॉक्टर ने उन्हें जन्मजात हृदय दोष के बारे में बताया, जिसे मेडिकल भाषा में हाइपरट्रॉफिक ऑब्सट्रक्टिव कार्डियोमायोपैथी कहा जाता है। अनवर के अनुसार डॉक्टर ने उन्हें अब फूटबाल न खेलने की सलाह दी। यह एक ऐसी बीमारी है जिसमे एथलीटों में कार्डियक अरेस्ट सबसे आम बात है।
एक एक कर सभी अनुबंध क़रार टूटते गए, अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की स्पोर्ट्स मेडिकल कमेटी ने भी अनवर को आगे खेलने का कोई क्लीयरेंस नहीं दिया। अनवर को ऐसा लग रहा था जैसे इस जीवन को कुछ झटका लग गया हो। अनवर के माता पिता ने उनका ढाढश बढ़ाते हुए भगवान को याद करने और उस में विश्वास रखने को कहा। सभी रिपोर्टो और डॉक्टर के सलाह के बाद अनवर अली को फूटबाल ना खेलने की सलाह दी गई।
युवाओ और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के बीच आपसी रस्साकशी शुरू हो गयी।
अनवर अली ने, रंजीत बजाज उनके एजेंट और आई-लीग टीम मिनर्वा पंजाब एफसी के पूर्व मालिक और वकील अमिताभ तिवारी की मदद से मामले को दिल्ली उच्च न्यायालय में ले गए। रंजीत बजाज ने स्पोर्टस्टार को बताया, एसएमसी ने एएफसी (एशियाई फुटबॉल परिसंघ) के डॉक्टरों से परामर्श के बाद मामला बनाया था कि अनवर के लिए खेलना सुरक्षित नहीं है।
हालांकि, हमने सभी परीक्षण किए और एफए कार्डियोलॉजी कंसेंसस पैनल के अध्यक्ष, यूरोपियन सोसाइटी ऑफ कार्डियोलॉजी (ईएससी) के फेलो और टोटेनहम हॉटस्पर में क्रिश्चियन एरिक्सन के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. संजय शर्मा से सलाह ली। उन्होंने हमारे लड़के (अनवर) के पक्ष में गवाही दी।
एक नये अध्याय की सुबह – उम्मीदों को जिंदा रखना
इतना लम्बा खिंच जाने की वजह से अनवर ने अपने प्रैक्टिस को जारी रखा और अपने प्रतिभा और खेल पर ध्यान देते रहे। रंजीत ने बताया की अनवर फिट है या नहीं इसके लिए हमने उस पर साल भर नज़र बना कर रखा, हमने पाया की एक साल में अनवर ने 40 गेम खेले। ये मैट्रिक्स किसी भी फिट खिलाडी के लिए एक अच्छा आकड़ा है।
फेडरेशन ने आखिरकार अगस्त 2021 को इस डिफेंडर अनवर अली को खेलने के लिए हरी झंडी दे दी। जीवन फिर वही से शुरू हो गयी जहां ये रुक गयी थी। एक के बाद एक अनुबंध होने लगे, पुराने दिन वापस आ गए। अनवर ने माना ये मेरी दूसरी जिंदगी और इतने बड़े क्लब के लिए साइन करना मेरे लिए एक महान क्षण।
14 जून, 2022 अनवर को याद है वो दिन जब भारत के लिए उन्होंने अपना पहला अन्तराष्ट्रीय गोल किया था। ग्रुप-टॉपर हांगकांग के खिलाफ पहले ही मिनट में उनके गोल ने मेजबान टीम को 4-0 पर समेट दिया। ऐसा देख सबने उन्हें घेर लिया, अनवर ने आगे कहा भारत का हर फुटबॉलर इस जर्सी को पहनने का सपना देखता है, मैंने पहना सीनियर राष्ट्रीय टीम के लिए खेला और गोल भी किए। मैं अपनी खुशी कैसे बयां करू शायद यह बताने को मेरे पास शब्द नहीं हैं। – जय हिंद
भारतीय फुटबॉल की लगातार विकसित हो रही कहानी में, अनवर अली आशा की किरण और इस तथ्य के प्रमाण के रूप में खड़े हैं कि सपने, चाहे यात्रा कितनी भी चुनौतीपूर्ण क्यों न हो, वास्तव में सच हो सकते हैं। उनकी कहानी आने वाली पीढ़ियों को फुटबॉल मैदान पर और बाहर दोनों जगह प्रेरित करती रहेगी।
Conclusion
इस लेख में हमने फुटबॉलर अनवर अली की जीवनी के बारे में जानकारी साझा की, यहाँ हमनें उनकी जीवनी, फूटबाल खेल, कमाई, सम्पति, नेटवर्थ के बारे में बताया है. (FootBaller Anwar Ali Biography in Hindi, bio, footbaal, income, age, networth) आशा है आप सभी को ये पसंद आयी होगी। कमेंट में जरूर बतायें।